Positive attitude poem in hindi

Positive attitude poem in hindi

आग में फलने फूलने का हुनर जानते है
न बुझा हमको के जलने का हुनर जानते है

हर नये रंग में ढलने का हुनर जानते है
लोग मौसम में बदलने का हुनर जानते है

आप ने सिर्फ गिराने की अदा सीखी है
और हम गिर के संभलने का हुनर जानते है

क्या समेटेगा हम वक्त का गहरा दरिया
हम किनारों से उबलने का हुनर जानते है

चाल चलने में महारत है यहाँ लोगों के
और हम बच के निकलने का हुनर जानते है       



Positive attitude poem in hindi Positive attitude poem in hindi Reviewed by Mamta on 6:57 pm Rating: 5

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